मास्टर बैडरूम के लिए वास्तु टिप्स
शयन कक्ष वह स्थान होता है जहाँ व्यक्ति रोज अपने सोने की आदत के अनुसार कम से कम ६ से ८ घण्डे सोता है और सोने का यही समय होता है जब हमारा अवचेतन मस्तिष्क सबसे ज्यादा ग्रहण शील होता है ऐसे में शयन कक्ष का वास्तु हमें न सिर्फ शारारिक तोर पर प्रभावित करता है बल्कि यह हमारे अवचेतन मष्तिस्क पर भी गहरा असर डालता है वास्तु शास्त्र घर में एक ऐसा वातावरण निर्मित करता है जिससे की व्यक्ति और उसका अवचेतन मस्तिष्क सोते समय एकदम शांत और सुरक्षित मह्सुश करे | ऐसे में घर के मुखिया का बैडरूम सही दिशा में होना बहुत जरुरी होता है तो आईये जानते है की घर के मुखिया का शयन कक्ष यानि मास्टर मेड़रूम के लिए वास्तु शास्त्र क्या कहता है
मास्टर बैडरूम में बेड की डिजाइन
बैडरूम में पलग हमेशा आयताकार वह वर्गाकार की होनी चाहिए गोल या अंडाकार की नहीं होनी चाहिए और बेड के लिए लकड़ी का बेड ही इस्तेमाल करे लोहे से बने बिस्तरों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए हमेशा प्राकर्तिक सामग्री का इस्तेमाल करना और हलके रंगो का धातु फ्रेम वाले बेड या फर्नीचर नकारात्मक ऊर्जा के स्त्रोत है वास्तु के संतुलन को बिगाड़ सकते है यैसे चीजों से बचना चाहिए
बैडरूम में खिड़किया
सोते समय अपने सर के पीछे कभी भी खिड़की खुली न रखे बैडरूम में खिड़किया लगाने के लिए उत्तर और पूर्व दिशा सही होती है सोते समय इस बात का ध्यान रखे की सिर सीधे खिड़की की तरफ न हो घर बनाते समय ध्यान रखे की खिड़किया उत्तर और पूर्व की और ज्यादा खिड़किया होना चाहिए |
दरवाजे
अगर इस्तेमाल में न हो तो अटैच टायलेट का दरवाजा हमेशा बंद रखे | बैडरूम में ऐसे दरवाजे नहीं होना चाहिए जो चरचर की आवाज करते हो जीतनी जल्दी हो सके उन ठीक कर ले वास्तु शास्त्र के अनुसार बैडरूम के दरवाजे ९० डिग्री में खुलने वाले होना चाहिए | बैडरूम में ऐसे दरवाजे या फर्नीचर न रखे जो चरचर की आवाज करने वाले हो इससे वास्तु दोष होता है और घर में अशांति उतपन होती है |
ड्रैसिंग टेबल
वास्तु के अनुसार बेड में बगल में ट्रेसिंग टेबल रखी जा सकती है क्युकी जब कोई सोता है तो आईना शरीर को प्रतिबिंबित नहीं करता अगर आईना बेड के सामने हो तो पर्दे से ढक कर रख सकते है | वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा में बैडरूम के लिए ड्रेसिंग टेबल को उत्तर दक्षिण या पूर्व की दिवार के साथ रखे अगर बैडरूम उत्तर दिशा में है तो ड्रैसिंग उत्तर /उत्तर -पश्चिम रखे इसे कभी भी दक्षिण-पूर्व या दक्षिण पश्चिम दिशा की दिवार की और न रखे
बैडरूम से नकाररत्मक ऊर्जा निकाले
फर्स को सप्ताह में एक बार पानी में समृद्धि नमक घोलकर साफ करे क्युकी यह नकारात्मक ताकतों को दूर करता है घर में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए यह सबसे अच्छा बैडरूम आईडिया में से एक है इसके आलावा नकारातमक ऊर्जा को रोखने के लिए बेड के निचे कबाड़ न रखे | बाथरूम के दरवाजे बंद रखे यह ध्यान रखे की बेड को वाशरूम के दरवाजे के सामने न रखे क्युकी वाशरूम से जो नकारात्मक ऊर्जा निकलती है वह बेड में समावित हो जाती है | इसलिए बेड को कभी न रखे दरवाजे के सामने
कूड़े को दिखाए बहार का रास्ता
जिन चीजों का इस्तेमाल आपने वर्षो से नहीं किया हो जैसे की घड़ी ,बिजली का सामान ,टूटी हुहि पैन्टिन्ग और खराब मशीन अपने बैडरूम में न रखे और यैसे अन्य सभी चीजे जो बेकार है उसे बैडरूम में न रखे यह सब चीजे सकारात्मक ऊर्जा को आने से रोखती है | और अशांति फैलती है
बैडरूम में वास्तु दोष मिटाने का उपाय
बैडरूम में वास्तु दोष के लिए कुछ सरल उपाय दे रहे है लेकिन हमेशा वास्तु विशेष्ज्ञ सलाह लेना बेहतर होता है उत्तर-पूर्व की और मुख वाले बैडरूम में नमक या कपूर एक क्रिस्टल के कटोरे में रखे नमक और कपूर नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करते है और किसी भी वास्तु दोष को दूर करने के लिए इसीकी सलाह दी जाती है | उत्तर-पूर्व की और मुख वाले बैडरूम की दीवारों को सफ़ेद या पिले रंग से रंगे लैवेंडर की खुशबू उत्तर-पूर्व में वास्तु दोषो को दूर करने में मदद करती है | उत्तर-पश्चिम का बैडरूम में रहने वाले के अक्सर जीवन में धन का नुकशान करता है और तनाव लाता है |
बालकनी वाले बैडरूम के लिए वास्तु
वास्तु के अनुसार बालकनी के लिए बैडरूम में जगह पूर्व -वह उत्तर की और होना सर्वश्रेस्ट है घर में रहने वाले लोगो के लिए राउंड बालकनी नहीं होना चाहिए ऐसी बालकनी रखने से बहुत समस्या आ सकती है बालकनी में झुले को पूर्व या पश्चिम में लगा सकते है बालकनी में उजाला करने से सकारात्मकता फैलती है | बालकनी के उत्तर पूर्व या उत्तरी -पूर्वी दिशा में छोटे पौधे लगा सकते है | बालकनी की ग्रिल में जंग नहीं लगाना चाहिए फालतू चीजे बालकनी में नहीं रखे नहीं तो ऊर्जा का फ्लो बिगड़ जाता है ओर वास्तु दोष बढ़ने लगता है |
वास्तु के अनुसार बैडरूम के लिए पौधे
मणि प्लांट : मणि प्लांट कमरे के कोने में रखे ताकि वातावरण तनाव मुक्त हो जाय हलाकि सुनिश्चित करे की इसे सूर्य की रोशनी मिलती रहे यह पौधा सबसे अच्छी वायु शुद्ध करने में से एक है और नकारातमक ऊर्जा को भी मारता है | इसे बढ़ने के लिए सपोर्ट की जरुरत होती है |
बैम्बू प्लांट: वास्तु शास्त्र और बेगसुई के मुताबिक बैंबू प्लांट सबसे भाग्यसाली पौधों में से एक होता है इसे न्यूनतम देखभाल चाहिए और इसे बैडरूम में किसी भी जगह रखा जा सकता है हलाकि साऊथ इष्ट कार्नर इसके लिए अच्छी जगह है |
लिली प्लांट: लिली प्लांट खुसी शांति और सद्भाव का प्रतिक होता है लिली का पौधा सकारात्मक बोध का अहसास दिलाता है और बुरे सपने को दूर रखता है |
लेवेंडर का पौधा : लेवेंडर का पौधा आरामदेह सुगंद आंतरिक शांति को बढ़ावा देने के लिए जनि जाती है आप इसे अपनी बेडसाइड टेबल के पास रख सकते है ताकि इससे अच्छी खुशबू आ सके |
अच्छी नींद के लिए वास्तु टिप्स
- कभी भी अपना सर दरवाजे की और करके न सोये क्युकी इसमें आपको पुरे सपने आ सकते है
- अगर बेड बीम के निचे है तो आपको सोने में परेशानी हो सकती है ||
- कभी भी पानी का जग साऊथ ईस्ट में न रखे क्युकी इससे आपको नींद आने में परेशानी हो सकती है
- बैडरूम के लिए गहरे रंग का इस्तेमाल न करे |
- कभी भी अटैच बाथरूम या फिर कपडे धोने की जगह को रात में खुला न रखे |
इस प्रकार के बैडरूम (Master Bedroom)वास्तु के अनुकूल होते है |
- मास्टर बैडरूम के लिए घर में नैरत्य कोण सर्वतम होता है
- पश्चिम व् दक्षिण में बना बैडरूम दूसरा विकल्प अच्छा होता है
- वर्गाकार या आयताकार बैडरूम होना चाहिए
- बैडरूम की व्यवस्था इस प्रकार हो की सोते वक्त आपका सिर दक्षिण की तरफ रहे |
- पूर्व की ओर सिर रखकर भी सोया जा सकता है |
- पश्चिम की तरफ सर करके सोना बेहतर विकल्प है अगर पहले दो विकल्प संभव न हो तो
- बैडरूम की ऊंचाई १० फिट या इससे ज्यादा होना चाहिए
- प्राकृतिक रोशनी और हवा की पर्याप्त वव्यस्था होनी चाहिए
- एक आदर्श शयन कक्ष का छेत्रफल १८० वर्ग फिट माना गया है |
- बेड को बैडरूम की नैरत्य दिशा में रखे |
- बेड को कमरे की दक्षिण और पश्चिम दोनों ही दीवारों से थोड़ा दूर रखे |
- बैडरूम में भरी सामान या फर्नीचर दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखे |
- शयन कक्ष मुख्य द्वार से अधिकतम दुरी पर हो
- शयन कक्ष में केवल एक ही प्रवेश द्वार हो
- प्रवेश द्वार केवल उत्तरी ईशान व् पूर्वी ईशान में ही होना चाहिए
- प्रवेश द्वार के विपरीत दिशा में थोड़ा हटकर रोशन दान या खिड़की की व्यवस्था हो|
- शयन कक्ष का ब्रम्हस्थान हमेशा खाली रखे
- हिटर आग्नेय कोण में (दक्षिण -पूर्व ) दिशा में रखे
- एयर कटिशनर दक्षिण या पश्चिम की दीवार में रखे
- टेलीविजन को उत्तर दिशा वाली दीवार में रखे |
निम्न प्रकार के बैडरूम (Master Bedroom ) वास्तु के नियमों के विपरीत होते है |
- ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा ) में मास्टर बैडरूम बनाना |
- आग्नये कोण में बैडरूम |
- वायव्य कोण में मास्टर बेडरूम की अवस्थिति |
- बेड के ऊपर किसी प्रकार का बीम आर्च निर्माण करना दोष माना जाता है |
- बीएड के सामने किसी द्वार का होना
- बेड के सामने दर्पण का होना |
- उत्तर दिशा की तरफ सर करके सोना दोष होत्ता है |
- कमरे की दीवारों में अधिक गहरे रंगो का प्रयोग करना |
- कमरेकी दीवारों में वीभत्स ,डरावने चित्रों या तश्वीरो को लगाना |
- प्राकृतिक हवा या रोशनी की व्यवस्था न होना |
- बैडरूम का दरवाजा नैरत्य दिशा में होना |
अक्शर पूझे जाने वाले सवाल (FAQs)
वास्तु के अनुसार बेडरूम के लिए कौन सा रंग सबसे अच्छा है?
अपने बेडरूम को ऑफ-व्हाइट, बेबी पिंक या क्रीम कलर से पेंट करें. गहरे रंगों से बचें. कमरा अच्छी तरह से व्यवस्थित होना चाहिए. अपने बेडरूम को साफ और अव्यवस्था मुक्त रखें.बैडरूम में कबाड़ न रखे नकारातमकता आती है |
कौन से रंग वास्तु शास्त्र के अनुसार पर्दो के लिए सर्वश्रेष्ठ है?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक लाल और काले रंग के पर्दे बैडरूम में नहीं लगाने चाहिए. इससे रिलैक्सेशनशिप बिगड़ता है रिलैक्सेशन के लिए बेडरूम में हलके रंग के पर्दे लगाने चाहिए जैसे कि सफेद, क्रीम, लाइट ब्राउन और ग्रीन, गुलाबी.
वास्तु के अनुसार अच्छी किस्मत के लिए तकिए के नीचे क्या रखना चाहिए?
सकारात्मक ऊर्जा और किस्मत के लिए सोते समय अपने तकिए के नीचे मोर पंख रखें। शांतिपूर्ण नींद के लिए तकिए के नीचे धार्मिक ग्रंथ जैसे की गीता ,भगवत गीता पुराण आदि भी रख सकते हैं।
शयन कक्ष का वह स्थान होता है जहाँ आपका अवचेतन मस्तिष्क पुरे दिन में सबसे ज्यादा सक्रीय होता है | इस वक्त में आपके मस्तिष्क में प्रविष्ट भावनाये और उनसे उत्पन विचार आपके जीवन में बहुत गहरा प्रभाव डालते है इसलिए बचपन से ही हमें सिखाया जाता है की सोने से पहले हमें सकारात्मक चीजों के बारे में ही विचार करके सोना चाहिए अतः एव शयन कक्ष के निर्माण के वक्त वास्तु सम्बन्धी सभी पहलू को विचार कर या वास्तु विशेष्ज्ञ से सलाह ले और फिर कदम उढ़ाये |